खुद की रिपोर्ट टी न्यूज़ वर्ल्ड: – अनिल देशमुख के इस्तीफे के बाद NCP के वरिष्ठ नेता दिलीप वलसे पाटिल को महाराष्ट्र का नया गृह मंत्री बनाया जा रहा है। CM उद्धव ठाकरे ने उनके नाम की संस्तुति के लिए राज्यपाल को एक पत्र भेजा है। पत्र में अनिल देशमुख का इस्तीफा स्वीकार करने का भी आग्रह किया गया है। कभी NCP चीफ शरद पवार के पर्सनल अस्सिस्टेंट (PA) रहे पाटिल महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा नाम हैं। पाटिल एनसीपी के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं और महाविकास अघाड़ी के तीनों दलों में उनकी स्वीकार्रता है।
पहले ठुकराई थी गृह मंत्री का पद
वे वर्तमान में आबकारी एवं राज्य उत्पादन शुल्क विभाग के मंत्री का पद संभाल रहे थे। शरद पवार के बेहद करीब रहे पाटिल को इससे पहले भी गृह मंत्री का पद ऑफर हुआ था, लेकिन उस समय उन्होंने इसे ठुकरा दिया था।
शरद पवार के कहने पर छोड़ी कांग्रेस
पुणे के रहने वाले दिलीप वलसे पाटिल साल 1990 में पहली बार अंबेगांव सीट से कांग्रेस के टिकट पर विधायक चुने गए। जिसके बाद 1999 में उन्होंने शरद पवार के कहने पर कांग्रेस छोड़ एनसीपी का दामन थाम लिया। पाटिल विलासराव देशमुख की कैबिनेट में मंत्री भी रहे। इसके बाद साल 2009 में उन्हें महाराष्ट्र विधानसभा का स्पीकर भी चुना गया।
दिलीप का राजनीतिक सफर
- 1990-95 – पुणे की अंबेगांव सीट से विधानसभा सदस्य।
- 1995-99 – पुणे की अंबेगांव सीट से विधानसभा सदस्य।
- 1999-04 – पुणे की अंबेगांव सीट से विधानसभा सदस्य।
- 2004-09 – पुणे की अंबेगांव सीट से विधानसभा सदस्य।
- 2009-14 – पुणे की अंबेगांव सीट से विधानसभा सदस्य।
- 2019-वर्तमान-पुणे की अंबेगांव सीट से विधानसभा सदस्य।
कई महत्वपूर्ण पोर्टफोलियो संभाले
अपने राजनीतिक करियर में दिलीप वलसे पाटिल- चिकित्सा, शिक्षा, उच्च और तकनीकी शिक्षा, ऊर्जा विभाग के मंत्री के रूप में कार्य कर चुके हैं। इसके अलावा वे पुणे जिला केंद्रीय सहकारी बैंक के निदेशक भी रहे हैं। वे भीमाशंकर कोआपरेटिव शुगर फैक्ट्री लिमिटेड के संस्थापक अध्यक्ष भी रहे हैं।
साफ छवि की वजह से मिला गृह मंत्रालय
30 अक्टूबर 1956 को अंबेगांव में पैदा हुए दिलीप पाटिल ने मुंबई के सरकारी लॉ कॉलेज से LLB और LLM किया है। 1980 के बाद से पॉलिटिक्स में एक्टिव हुए पाटिल शुरू से ही शरद पवार के करीब रहे। दिलीप वलसे पाटिल की छवि खांटी देसी नेता की है। उनकी साफ छवि की वजह से ही डैमेज कंट्रोल के लिए एनसीपी ने उनके नाम को आगे किया है।